PM Modi: 22 सितंबर से क्यों लागू होंगे GST में नए सुधार, बताई वजह, आत्मनिर्भर भारत पर भी दिया जोर

Sep 4, 2025 - 23:16
 0  2
PM Modi: 22 सितंबर से क्यों लागू होंगे GST में नए सुधार,  बताई वजह, आत्मनिर्भर भारत पर भी दिया जोर

प्रधानमंत्री मोदी ने जीएसटी में हुए सुधारों के फायदे गिनाए। साथ ही कांग्रेस पर हमला भी बोला है। वे  शिक्षक दिवस से एक दिन पहले पीएम मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 के विजेताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समय पर बदलाव के बिना, हम आज की वैश्विक परिस्थितियों में अपने देश को उसका उचित स्थान नहीं दिला सकते। पीएम मोदी ने कहा कि मैंने इस बार 15 अगस्त को लाल किले से कहा था कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अगली पीढ़ी के सुधार जरूरी हैं। मैंने देशवासियों से यह भी वादा किया था कि इस दिवाली और छठ पूजा से पहले खुशियों का डबल धमाका होगा। 

22 सितंबर से क्यों लागू होंगे इसकी वजह भी बताई
इस दौरान पीएम मोदी ने इन सुधारों को 22 सितंबर से लागू होने की वजह भी बताई। पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि 22 सितंबर को यानी नवरात्रि के पहले दिन, अगली पीढ़ी का सुधार लागू होगा क्योंकि ये सभी चीजें निश्चित रूप से 'मातृशक्ति' से जुड़ी हैं। आगे उन्होंने कहा कि आठ साल पहले जब GST लागू हुआ था, तो कई दशकों का सपना साकार हुआ था। यह चर्चा मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद शुरू नहीं हुई। ये चर्चाएं पहले भी होती थीं लेकिन कभी कोई काम नहीं हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि GST आजाद भारत के सबसे बड़े आर्थिक सुधारों में से एक था। दरअसल, ये सुधार देश के लिए समर्थन और विकास की डबल खुराक हैं। एक तरफ़ देश के आम लोगों का पैसा बचेगा, तो दूसरी तरफ़ देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। 

जीवंत अर्थव्यवस्था में पांच नए रत्न जुड़े
पीएम ने कहा कि जीएसटी सुधारों के जरिये भारत की जीवंत अर्थव्यवस्था में पांच नए रत्न (पंच रत्न) जुड़ गए हैं। पहला कर प्रणाली कहीं अधिक सरल हुई। दूसरा भारत के नागरिकों की जीवन गुणवत्ता और बढ़ेगी। तीसरा, खपत और विकास दोनों को नया बूस्टर मिलेगा। चौथा, कारोबार सुगम होगा। साथ ही निवेश और नौकरी को बल मिलेगा। पांचवां, विकसित भारत के लिए संघीय संघवाद और मजबूत होगा।

 
लोगों का पैसा बचेगा, साथ ही अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी
पीएम ने कहा कि 8 साल पहले जब जीएसटी लागू हुआ था तो कई दशकों का सपना साकार हुआ था। यह चर्चा मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद शुरू नहीं हुई। ये चर्चाएं पहले भी होती थीं लेकिन कभी कोई काम नहीं हुआ। जीएसटी आजाद भारत के सबसे बड़े आर्थिक सुधारों में से एक था। दरअसल, ये सुधार देश के लिए समर्थन और विकास की डबल खुराक हैं। एक तरफ देश के आम लोगों का पैसा बचेगा तो दूसरी ओर देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।


कांग्रेस पर निशाना, बच्चों की टॉफियों पर भी लगाते थे 21 फीसदी कर
पीएम मोदी ने विपक्षी दल कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में बुनियादी घरेलू वस्तुओं पर भारी कर लगाया जाता था। कोई नहीं भूल सकता कि कांग्रेस सरकार ने आपका मासिक बजट कैसे बढ़ाया था। वे बच्चों की टॉफियों पर भी 21 फीसदी कर लगाते थे। कांग्रेस राज में साइकिल पर भी 17 प्रतिशत कर था। अगर मोदी ने ऐसा किया होता तो वे मेरे बाल नोच लेते। भाजपा सरकार ने आम आदमी की सुविधा के लिए इन समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया है।

 भावी पीढ़ी को गढ़ता है शिक्षक
इस दौरान पीएम ने कहा कि हमारे देश में शिक्षकों के प्रति स्वाभाविक सम्मान होता है। राष्ट्रीय पुरस्कार पाना अपने आप में कोई अंत नहीं है। इसका मतलब है कि आपकी पहुंच बहुत बढ़ गई होगी। ये साधना का प्रमाण है। एक शिक्षक सिर्फ वर्तमान नहीं होता बल्कि देश की भावी पीढ़ी को गढ़ता है, वह भविष्य को निखारता है। यह भी देश सेवा की श्रेणी में आता है। करोड़ों शिक्षक आपकी तरह निष्ठा से देश सेवा में जुटे हैं। मां जन्म देती है गुरु जीवन देता है। आज विकसित भारत के निर्माण के लक्ष्य में यह परंपरा एक ताकत है।

स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाएं शिक्षक-छात्र
पीएम मोदी ने शिक्षकों और छात्रों से कहा कि मैं आपको स्वदेशी उत्पादों का बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाने का होमवर्क दे रहा हूं। छात्रों को घर से स्वदेशी उत्पाद के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। छात्र स्वदेशी उत्पादों का समर्थन करने वाली तख्तियां लेकर गांवों में होने वाले मार्च में भी भाग ले सकते हैं। इस तरह की गतिविधियां एक माहौल बनाएंगी और नागरिकों को मेड इन इंडिया और वोकल फॉर लोकल उत्पादों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। साथ ही कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सुधारों का सिलसिला नहीं रुकेगा। हर घर और दुकान के बाहर हर घर स्वदेशी के बोर्ड लगने चाहिए। उन्होंने शिक्षकों से स्कूलों में स्वदेशी दिवस या स्वदेशी सप्ताह जैसे अभियान चलाने का भी आग्रह किया।

What's Your Reaction?

Like Like 0
Dislike Dislike 0
Love Love 0
Funny Funny 0
Angry Angry 0
Sad Sad 0
Wow Wow 0