फेस्टिवल में ऐसे करें स्किन केयर, मिलेगा नेचुरल ग्लो - शहनाज हुसैन

फेस्टिवल में ऐसे करें स्किन केयर, मिलेगा नेचुरल ग्लो---शहनाज़ हुसैन
आजकल फेस्टिवल सीजन की धूम है |यह पर्व पुरे साल में बेहद कल्याणकारी और उत्साह से भरा रहता है | इस दौरान लड़कियां खास तौर पर तैयार होकर मां दुर्गा की पूजा.अर्चना करती हैं | इसके अतिरिक्त महिलाएं घर की खरीदारी और त्यौहार की तैयारियों में काफी ऊर्जा लगाती हैं जिससे उनका चेहरा थका और बुझा सा दीखता है | अगर आप भी उनमें से हैं तो घबराने की कतई जरूरत नहीं बल्कि कुछ स्किन केयर टिप्स को फॉलो करें और आपके चेहरे पर आभा और निखार बना रहेगा |
1 ----हेल्दी डाइट लें -----
जो आप खाते हैं वही आपकी स्किन पर नजर आता है।
संतुलित भोजन, पर्याप्त पानी, नियमित वॉक और पर्याप्त नींद के साथ आप बिना किसी परेशानी के त्योहारों का आनंद ले सकते हैं|
दिन की शुरुआत एक ग्लास गुनगुने पानी और नींबू से करें और प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाए रखें।
त्योहारों में हेल्दी रहने का सबसे पहला फॉर्मूला है खाने.पीने की थोड़ी प्लानिंग करके चलें।
अगर आप उपवास कर रही हैं, तो दूध, , सूखे मेवे, खजूर और मौसमी फल अपनी डाइट में शामिल करें। वहीं अगर व्रत नहीं कर रही हैंए तो तली.भुनी और ज्यादा मसालेदार चीजों से दूरी बनाकर रखें। मीठा भी कम खाएं, क्योंकि इससे त्वचा पर मुंहासे निकल सकते हैं। इस दौरान सोशल लाइफ काफी एक्टिव रहती है और आपको अनेक सामाजिक समरोहों , डिनर पार्टियों में जाना पड़ सकता है | ऐसे में
स्वस्थ विकल्प पूछने से न डरें। अक्सर वहाँ बहुत सारे फल, हरी सब्जियाँ और साबुत अनाज उपलब्ध होते हैं।
इस दौरान भोजन कतई न छोड़ें क्योंकि इससे बाद में ज़्यादा खाने की प्रवृत्ति हो सकती है। इसके बजाय पूरे दिन नियमित भोजन और नाश्ता करें।
जब खाना भरपूर और स्वादिष्ट हो तो ज़्यादा खाना आसान है। अपने हिस्से के आकार का ध्यान रखें और छोटे निवाले लें।
नाश्ते में पोषक तत्वों से भरपूर चीज़ों को शामिल हो। दोपहर की थाली में साबुत अनाज, फल और सब्जियों को शामिल करें।
रागी का सूप, वेजिटेबल सूप, मूंग दाल का सूप, खिचड़ी और वेजिटेबल दलिया डिनर का बेहतर विकल्प हो सकते हैं जो दिन के गरिष्ठ खाने के बाद रात के वक्त पेट की सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं
रात का डिनर लाइट करें। शाम को अगर पकवान ज्यादा खा लिए हैंए तो डिनर स्किप भी कर सकते हैं।
2 ----एक्टिव रहें ---
त्योहारों में व्यस्तता के कारण लोग वॉक या एक्सरसाइज छोड़ देते हैं, जिससे कैलोरी बर्न नहीं हो पाती| इस दौरान नियमित रूप से डांसिंग, ब्रिस्क वॉकिंग या आउटडोर खेल आदि गतिविधिओं में कम से कम 30 मिनट का समय दें |
रात देर तक जागने और सुबह जल्दी उठने से शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक बिगड़ जाती है जिससे थकान और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता हैण् कोशिश करें कि त्योहारों में भी कम से कम 7.8 घंटे की नींद लें |
साइकिल चलाना, सीढ़ियां चढ़ना, और रोजाना पैदल चलना भी जरूरी है
सोने से पहले तनाव से बचने के लिये स्क्रीन्स टाइम को कम करें और पढ़ने या ध्यान करने जैसी गतिविधियों से जुड़े रहें |
इसके अलावा रात के समय पर्याप्त नींद जरूर पूरी करें और कम से कम तनाव लेने का प्रयार करें। वहीं समय.समय पर अपनी दवाएं लेना न भूलें।
3 ------नारियल का पानी---
नारियल पानी प्राकृतिक और स्वास्थ्यवर्धक पेय है जोकि शरीर को हाइड्रेट करता है जिससे आप उर्जाबान और एक्टिव महसूस करते हैं | यह ना सिर्फ शरीर को ठंडक देता है बल्कि इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है, जो ताजगी और ऊर्जा प्रदान करते हैं | नारियल पानी पीने से थकान और कमजोरी दूर होती है और यह पाचन क्रिया को भी सुधारता है|
नारियल पानी दिन के किसी भी समय पिया जा सकता हैए लेकिन आयुर्वेदाचार्य इसे सुबह खाली पेट पीने की सलाह देते हैं ताकि आपको इसका अधिकतम लाभ मिल सके |
नारियल पानी में एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी होते हैंए जो स्किन को अंदर से ग्लोइंग बनाने में मददगार है|
सुबह खाली पेट एक गिलास नारियल पानी पीने से त्वचा हेल्दी और आकर्षक बनती है |
नारियल पानी में फाइबर होता है जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है | रोजाना एक गिलास नारियल पानी पीने से पेट को हेल्दी रखने में मदद मिल सकती है |
नारियल पानी में 94 प्रतिशत पानी की मात्रा होती है। ये शरीर को जरूरी इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति करता है | त्योहारों के दौरान आउटडोर एक्टिविटीज |
शॉपिंग , घर की साज सजा से हुई थकबाट में नारियल पानी का सेवन काफी लाभदायक माना जाता है क्योंकि इसमें मौजूद इलेक्ट्रोलाइट्स शरीर को हाइड्रेटेड और उर्जाबान रखने में मदद करते हैं।
3 -फ्लेवर्ड पानी---- त्योहारों में डी हाइड्रेशन से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है लेकिन अनेक लोगों बदलते मौसम की बजह से सादे पानी का स्वाद पसन्द नहीं आता जिसकी बजह से बह पानी पीने से कतराते हैं | अगर आप भी उनमें से हैं तो फ्लेवर्ड पानी- आपके लिए बेहतर विकल्प है |
फलों से तैयार यह पानी आपके लिए स्वास्थ्यवर्धक हो सकता है। आपको उम्दा स्वाद भी देगा और पानी की कमी भी नहीं होने देगा।
फ्लेवर्ड पानी बनाने के लिए सादे पानी में ताजे फल , जड़ी बूटियों ,सब्ज़ियों और मसालों आदि का स्वाद मिलाकर इसे स्वादिष्ट और पौष्टिक बनाया जाता है |
पानी को फ्लेवर्ड बनाने से उसमें विटामिन्स और मिनरल्स की मात्रा भी बढ़ जाती है जिससे हम दिन भर उर्जाबान रहते हैं । फ्लेवर्ड पानी के कारण हम कार्बोनेटेड ड्रिंक्स | सोडा आदि के सेवन से बचे रहते हैं |
फ्लेवर्ड वॉटर में कई तरह के फल और जड़ी बूटियों के तत्व मिले होने से यह हेल्दी होता है और अच्छे से डिटॉक्स करता है| लेकिन फ्लेवर्ड वॉटर तब हानिकारक भी हो जाता है, अगर वह बाजार का बोतल बंद फ्लेवर्ड वॉटर है और उसमें जरूरत से ज्यादा कृत्रिम मिठास और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं |
फ्लेवर्ड वॉटर बनाने के लिए मटके या सुराही में ठण्डा पानी भरें | इसमें पतली कटी हुई फल ,हर्ब्स या मसालों की स्लाइस डालें | इसे कुछ घण्टे या रात्रि भर रेफ्रीजिरेटर में ठण्डा होने दें |अब आपका फ्लेवर वाटर तैयार हो गया है |
4 ----- आइस्ड हर्बल चाय----
त्योहारों में बार बार गरमा.गरम चाय | कॉफ़ी और एरेटेड ड्रिंक्स पीना सेहत के लिए नुकसान दायक सावित हो सकता है | ऐसे में आप एंटी.ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर हर्बल चाय ट्राई कर सकते हैं जोकि सेहत और स्वाद दोनों तरफ से बेहतर सावित होगी
हर्बल चाय, खासकर मिंट और ग्रीन टी इस दौरान बहुत फायदेमंद होती है|
यह न केवल शरीर को हाइड्रेट करती हैए बल्कि शांति और ताजगी भी देती है | हर्बल चाय में शहद या कम चीनी का उपयोग करें ताकि यह ज्यादा हेल्दी रहे|
हर्बल चाय के साथ साथ आप आइस्ड टी भी उपयोग कर सकते हैं जोकि आपको तरोताजा रखेगी| आइस्ड टी में हर्बल चाय के अतिरिकत कुछ कूलिंग और रिफ्रेशिंग चीजों को भी शामिल किया जाता है।
दिन में एक हर्बल आइस टी के सेवन से उच्च रक्तचत , शुगर और तनाव को नियन्त्रित करने में मदद मिलती है |
हर्बल आइस टी तुलसी, दालचीनी, मुलेठी, पुदीना , लौंग , काली मिर्च आदि से बनती है |आप कैमोमाइल, पेपरमिंट, या हिबिस्कस की आइस टी
बनाकर भी पी सकते हैं। इससे ना केवल आप अधिक रिलैक्स फील करते हैं बल्कि पाचन के लिए भी इन्हें काफी अच्छा अच्छा माना जाता है।
5 --छाछ
त्योहारों की भाग दौड़ में पुदीना छाछ पीने से पेट शांत रहता है और पाचन क्रिया सही रहती है| यह शरीर को ठंडक और हाइड्रेशन दोनों प्रदान करता है| इसमें प्रोटीन, कैल्शियमए और विटामिन बी 12 जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा देने के साथ.साथ कमजोरी और थकान को भी दूर करते हैं| छाछ में इलेक्ट्रोलाइट्स तत्व विद्यमान होते हैं जोकि शरीर के वाटर बैलेंस को बनाये रखने में मदद रखते हैं |
छाछ में दूध और दही के मुकाबले पानी की मात्रा ज्यादा होती है जबकि फैट और कैलोरी की मात्रा कम होती है | मोनोपौज़ के बाद जिन महिलाओं का स्वभाव चिढ़ चिढ़ा हो जाता है उन्हें निमयित रूप से एक गिलास छाछ का सेवन करना चाहिए | अगर छाछ के खट्टे स्वाद से आप परेशान रहते हों तो इसमें हल्के.फुल्के मसाले और काला नमक मिला कर आप इसे स्वादिष्ट बना लीजिये |
छाछ को दोपहर के खाने के साथ पीना सबसे ज्यादा हितकर माना जाता है | इस समय छाछ पीने से ब्लोटिंग, गैस, एसिडिटी से छुटकारा मिलता है|
हम अकसर तला भूना या मसालेदार खाना खाते रहते हैं जिसकी बजह से शरीर के अन्दर का तापमान बढ़ जाता है |छाछ में प्रोबायोटिक्स तत्व मौजूद होते हैं और रोजाना 1 गिलास छाछ पीने से इस समस्या से राहत पाई जा सकती है।
लेखिका अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौन्दर्य विशेष्ज्ञ है और हर्बल क्वीन के रूप में लोकप्रिय है
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